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Showing posts from August, 2019

बिहार में मिला पहला कोयला खदान, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार, जल्द होगा खनन

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सेंट्रल माइंस एंड प्लानिंग डिजाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) ने बिहार के मंदार पर्वत ब्लॉक में कोयले की पहली खान की तलाश की है। कोयला उत्पादन के लिए ड्राफ्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। सीएमपीडीआई का दावा है कि बिहार राज्य का यह पहला खान होगा। भारत के खनन मानचित्र में बिहार राज्य का अब नाम जुड़ जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीएमपीडीआई में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एस सरन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिहार में कोयले की खान तलाशना हमारी टीम की बड़ी उपलब्धि है। सीएमपीडीआई की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान प्रमाणित श्रेणी (प्रूव्ड कैटेगरी) में 6.6 बिलियन टन अतिरिक्त कोयला संसाधन प्रमाणित करते हुए 24 भू- वैज्ञानिक रिपोर्ट बनाए गए जो विगत वर्षों की औसत दर से काफी ऊपर है। भारत सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज के प्रावधानों के अंतर्गत सीएमपीडीआई को मिनीरत्न (श्रेणी-1) का दर्जा दिया है।

बिहार के नए राज्यपाल के बारे में जानिए...कौन हैं फागू चौहान...

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बिहार के नये राज्यपाल फागू चौहान होंगे। बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन का मध्यप्रदेश तबादला कर दिया गया है।राष्ट्रपति भवन ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। बिहार के अलावे कई प्रदेशों के राज्यपाल बदले गए हैं। जानिए कौन हैं फागू चौहान जो बिहार के नए राज्यपाल बने हैं.... .फागू चौहान यूपी के बड़े दलित नेता हैं..इनका जन्म शेखूपुरा आजमगढ़ में हुआ है।बताया जाता है कि वे पिछड़ी जाति (चौहान) से आते हैं।फागू चौहान 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से घोसी विधानसभा से विधायक बने थे। उसके बाद 1991 के विधानसभा चुनाव में जनता दल से विधायक चुने गए।फिर 1996 व 2002 में भाजपा से विधायक बने।फिर बसपा में शामिल हुए और 2007 में विधानसभा चुनाव जीते। लेकिन 2017 का विधानसभा चुनाव फिर से BJP से लड़े और विधायक बने। फागू चौहान राजनीतिक कार्यक्षेत्र मऊ रहा है।वे घोसी विधानसभा पर रिकार्ड छठीं बार विधायक बने हैं।

गूगल पर भिखारी सर्च करने पर सामने आ रहा पाकिस्तान पीएम इमरान खान का फोटो, सोशल मीडिया पर लोगों ने लिए मजे

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पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री इमरान खान अक्सर सुर्खियों में छाए रहते हैं. कभी इमरान खान अपने बयानों का लेकर चर्चा का विषय बनते हैं तो कभी उन पर बनने वाली मीम्स को लेकर. हाल ही में गूगल पर भिखारी शब्द लिखने पर पाक पीएम इमरान खान की तस्वीर सामने आ रही थी और आलम यह है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब भिखारी नाम से गूगल पर छाए हुए. इस कारण सोशल मीडिया पर लोग इमरान खान को ट्रोल करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले भारत सरकार की ओर से जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर इमरान खान के बेतूके बयान और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गूगल पर इमरान खान की इस हालात का जिम्मेदार माना जा रहा है. यह पहला मौका नहीं है, जब पाक पीएम इमरान खान इस तरह से ट्रोलर्स के निशाने पर बने हुए हैं. इससे पहले भी कई बार ऐसा हुआ, ट्रोलर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इमरान खान का इस तरह से मजाक उड़ाया है. बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट की ओर से घाटी को धारा 370 मुक्त बना कर केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया है, उसके बाद से ही पाकिस्तानी खेमे में खलबली मच गई. इमर...

नोनिया विद्रोह - बिहार में स्वतंत्रता संघर्ष

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(1770-1800) 1757 के प्लासी युद्ध के समय तक बिहार शोरा उद्योग का प्रमुख केन्द्र था। बारूद बनाने में शोरा का उपयोग होता था क्लाइव ने मीरजापुर से शोरा बनाने की इजारेदारी अंग्रेज सौदागरों के लिए प्राप्त कर ली। इस व्यापार पर अपनी इजारेदारी स्थापित कर अंग्रेजों ने जल्दी ही फ्रांसीसियों, डचों और डेनों से समझौता किया इस समझौते के अनुसार शांतिकाल में डचों को 23 हजार मन, फ्रांसीसियों को 18 हजार मन और डेनों को 16 हजार मन शोरा प्रतिवर्ष अंग्रेज सौदागर देते थे। खुद हिन्दुस्तान के अन्दर बारूद बनाने के लिए अंग्रेजों को इसकी जरूरत थी। इस जरूरत को पूरा करने के लिए 1784 में बम्बई को 15 हजार मन, मद्रास को 14 हजार 4 सौ मन और फोर्ट मार्लबरो को 1250 मन दिया गया था बंगाल की जरूरत 6 सौ मन प्रतिमास अर्थात् 7 हजार 2 सौ मन प्रतिवर्ष थी इंगलैंड में बिहार के शोरे की खपत 1768-88 में औसतन 26 हजार बोरे प्रतिवर्ष थी युद्ध के समय इसकी मांग इंगलैंड में बहुत बढ़ जाती थी। बिहार में शोरे के उत्पादन का मुख्य केन्द्र हाजीपुर, तिरहुत, सारण और पूर्णिया था। बंगाल में रंगपुर में शोरे का उत्पादन 1773 में बन्द कर...

आजादी की लड़ाई में नोनिया समाज की भूमिका

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"जब नमक ने बदल दी देश की तकदीर" आदि काल से नमक बनाने वाली जाती की परम्परा और इतिहास युगा पुराना है। नानिया का अपना खद का शक्तिशाली और गौरवशाली इतिहास है। नोनिया समाज को समझना जरुरी है। salt tax (नमक करो) कानून के विरोध में सन् 17700 से सन 1800 ई0 तक अग्रंजों के विरुद्ध नोनिया विद्रोह हुआ था जिसका इतिहास साक्षी है। जब गांधी जी किसानों के तिनकटिया निल्हा आन्दोल के लिए बिहार आये थे तो अंग्रेजो के डर से गांधी जी के आश्रम के लिए जमीन नहीं दे रहा था तो नितिहरवा पश्चिमि चम्पारन बिहार में सहिद मुक्ट नाथ महतो ने सन् 191750 में अपना जामीन दिया था। महात्मा गांधी जी ने नोनिया जाति की ताकत को पहचान लिया था। जब गाँधी जी ने सन 1930 में नमक आंदोलन चलाये थे तो नमक बनाने वाले लवणकार जाति को साथ लेकर नमक कानून भंग करने के लिए आदोलन चलाये थे। नोनिया जाति के लोगों ने स्वदेशी नमक बना कर लड़ाई में हँकार भरा था। डा0 श्री कृष्ण देव सिंह के नेतृत्व में सन् 1930 में ग्राम गढ़पुरा जिला बेगुसराय में बुद्ध नोनिया ने नमक कानुन भग करने के लिए स्वदेशी नमक बनाने के क्रम में अग्रेजो ने बुद्...

कहानी 1 : पत्नि हो तो ऐैसी

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बेटा अब खुद कमाने वाला हो गया था ...इसलिए बात-बात पर अपनी माँ से झगड़ पड़ता था .... ये वही माँ थी जो बेटे के लिए पति से भी लड़ जाती थी।मगर अब फाइनेसिअली इंडिपेंडेंट बेटा पिता के कई बार समझाने पर भी इग्नोर कर देता और कहता, "यही तो उम्र है शौक की, खाने पहनने की, जब आपकी तरह मुँह में दाँत और पेट में आंत ही नहीं रहेगी तो क्या करूँगा।" * बहू खुशबू भी भरे पूरे परिवार से आई थी, इसलिए बेटे की गृहस्थी की खुशबू में रम गई थी। बेटे की नौकरी अच्छी थी तो फ्रेंड सर्किल उसी हिसाब से मॉडर्न थी । बहू को अक्सर वह पुराने स्टाइल के कपड़े छोड़ कर मॉडर्न बनने को कहता, मगर बहू मना कर देती .....वो कहता "कमाल करती हो तुम, आजकल सारा ज़माना ऐसा करता है, मैं क्या कुछ नया कर रहा हूँ। तुम्हारे सुख के लिए सब कर रहा हूँ और तुम हो कि उन्हीं पुराने विचारों में अटकी हो। क्वालिटी लाइफ क्या होती है तुम्हें मालूम ही नहीं।" * और बहू कहती "क्वालिटी लाइफ क्या होती है, ये मुझे जानना भी नहीं है, क्योकि लाइफ की क्वालिटी क्या हो, मैं इस बात में विश्वास रखती हूँ। आज अचानक पापा आई. सी. यू. में एडमिट हुए थ...

नोनिया का इतिहास - ब्रिटिश शासन के दौरान

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Official Website for Nonia Samaj, Nonia Cast, Nonia Chauhan, Bind, beldar  www.nonia.in ईतिहास मंथन से निकला नवनित...."चौहान" शब्द की उत्पत्ति,व्युत्पत्ति,शब्दार्थ एवम भेदार्थ....साभार आझादी के बाद नई सामाजिक व्यवस्था और आजके बदलते परिवेश मे कुछ क्षेत्रों को छोड़कर सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रुपसे दूसरे क्षत्रियो से पिछडे "चौहान" नामसे जानेजान वाले क्षत्रिय समूह मे वैचारिक अंधकार की स्थिति है। अपने-अपने तरीकोंसे इस समाज के उथ्थान के इच्छुक कर्मठ एवम मौकापरस्त दोनो प्रकार के नेता समाज को संगठित करनेके प्रयास मे लगे है। इस कारण चौहान समाज "धुतराष्ट्र" की तरह उचित निर्णय लेनेमे कठिनाई का अनुभव कर रहा है। क्या कारण और परिस्थितियाँ थी मौजूदा हालत के लिय जिम्मेदार ? चलो संक्षिप्त रुपसे देखते है। 1) चौहान समुदाय के अधिकतर लोग अपने पूर्वजों के गौरवशाली इतिहास से ठोसरूपसे अनजान है। एकमात्र "पृथ्वीराज चौहान" से अपने आपको जोड़कर देखते है। जबकी ईस बहादुर और देशभक्ति से भरेे क्षत्रियोने 800 से 1192 के काल मे दे...

नोनिया ऐप आपको रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देता है

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सुबह बहन जल्दी उठती है और घर के सारे कामों को खत्म कर अपने भैया को जगाती है बहन - भैया उठो ना,जल्दी से उठो ना, आज आज रक्षाबन्धन है । आप जल्दी से तैयार हो जाओ, मै सबसे पहले आपको राखी बांधुगी । भाई - ठीक है । भाई तैयार हो जाता है और बहन पूजा की थाली, मिठाई और राखी लेकर आती है बहन - भैया अपना दाहिना हाथ आगे बढाओ । भाई अपना हाथ आगे करके राखी बंधवा लेता है और जेब से निकालकर उसको एक खूबसूरत घड़ी देता है । ( जो उसने बहन के लिए एक दिन पहले ही खरीदी थी ) लेकिन बहन मना कर देती है फिर भाई अपने पर्स से कुछ पैसे निकाल कर देता है लेकिन बहन फिर वापस कर देती है तब भाई पुछता है कि बताओ तुम्हे क्या चाहिए ? बहन - जो मागुंगी वो दोगे ? भाई - हां दुंगा । बहन - पहले मुझसे वादा करो ? भाई - हां मैं पक्का वादा करता हूँ कि जो तू मांगेंगी वो मैं दुंगा । अब बोल तुझे क्या चाहिए ? बहन - भैया आज रक्षाबन्धन के दिन आप मुझसे ये वादा करो कि आप आज से मां की बहन की गालियां नहीं दोगे । इतना कहकर उसकी आंखों में आसूं आ जाते हैं । (बहन रोते हुए ) भैया हम लोगों ने आप लोगों का क्या बिगाड़ रखा है जो हमेशा मां ...

नोनिया न्यूज़ 15/08/2019 : PM मोदी बोले- 370, 35ए को हटाना पटेल के सपनों को साकार करने जैसा

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देश आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराने के बाद अनुच्छेद 370 का जिक्र किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35-ए हटने से सरदार पटेल का स्वप्न पूरा हुआ है. अनुच्छेद 370 पर बोले पीएम, सरदार पटेल का सपना हुआ पूराहम समस्याओं को न पालते हैं, न टालते हैंदेश आतंकवाद के खिलाफ लड़ने को तैयार5 साल में हुआ सबका विकासकश्मीर में मिलेगा अब सबको समान अधिकार देश आज स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराया. इसके बाद देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 10 हफ्तों में हमारी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया गया. सरकार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का सपना पूरा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम समस्या को टालते भी नहीं हैं और समस्या को पालते भी नहीं हैं. जो काम 70 साल में नहीं हुआ वो हमारी सरकार ने सत्तर दिन में कर दिया. संसद के दोनों सदनों ने दो तिहाई बहुमत से इस पर फैसला लिया. उन्होंने कहा कि देश ने मुझे ये काम दिया था और वही मैं कर रहा हूं. ...

Part 3 नोनिया के वीर सपूत जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई

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यह घटना सन् 1942 के देश की आजादी की अंतिम लड़ाई भारत छोड़ो आंदोलन का है जिसमें नोनिया बांका, निवासी भभुआ, जिला - शाहाबाद ने सक्रिय भूमिका निभाई। पुसौली रेलवे स्टेशन के पास रेल लाइन काटने के दौरान पुलिस की गोली से शहीद हुए।

Part 2 नोनिया के वीर सपूत जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई

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यह घटना 16 अगस्त सन् 1942 के देश की आजादी की अंतिम लड़ाई भारत छोड़ो आंदोलन की है जिसमें उत्तर प्रदेश के जिला-जौनपुर के ग्राम - अगरौरा के पास धनिया मऊ नदि के पुल पास अंग्रेजी फौज का रास्ता रोको और लड़ो अभियान में सक्रिय लोणिया समाज के रामानन्द और रघुराई को अंग्रेजो द्वारा पकड़ कर ग्राम-अगड़ौरा में चिलबिल्ल के पेड़ में बांध कर पुलिस की गोली से शहीद करने से संबंधित हैं

Part 1 नोनिया के वीर सपूत जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई

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यह घटना सन् 1942 के देश की आजादी की अंतिम लड़ाई भारत छोड़ो आंदोलन की है जिसमें लोणिया समाज के वीर योद्धा बन्धु लोणिया के नेतृत्व में आजमगढ़ जिले के मधुबन थाने को गांव वालों ने आग लगा दी जिसमें वीर योद्धा बन्धु लोणिया पुलिस की गोली से शहीद हुए।

नोनिया के वीर सपूत जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई

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हम अवगत हैं और भली भांति जानते हैं की भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हमारे देश के वीर सपूतों का क्या अहम् भूमिका और बलिदान रहा है| इस आजादी को पाने में हमने देश के कितने सच्चे सपूतों राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, भगत सिंह, आजाद, बिस्मिल आदि को खो दिया पर उनकी बातें और बलिदान हमेशा हमारे जेहन में रहता है और हमें गर्व होता है की हम उस देश में जन्म लिए जिस देश में इन जैसे महान सपूत पैदा हुए जिन्होंने देश में एक क्रांति लायी, कई आंदोलन किये, सोये हुए अवाम को जगाने का काम किया जिस से अंतत: अंग्रेजो कोरत छो भाड़ जाना पड़ा| ऐसे ही स्वतंत्रता संग्राम के २ वीर सपूत जो इतिहास के पन्नो में कहीं खो गए जिनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता पर एक डॉक्यूमेंट्री मूवी बन रही है जो जल्द ही रिलीज़ होने की सम्भावना है वो दो सपूत थे बिहार प्रदेश के चम्पारण के मुकुटधारी प्रसाद चौहान व् बेगूसराय के बुद्धू नोनिया| अंग्रेजो के खिलाफ चाहे नोनिया विद्रोह हो या महात्मा गाँधी का चम्पारण सत्याग्रह या भगत सिंह का बलिदान, जो देश की आजादी में अहम् भूमिका निभाया जिसमे बिहार वासियों के साथ पुरे देश के अवाम का महत्वपूर्ण ...

नोनिया दोस्तों कृपया इस खबर को पढ़ें - किसान पेंशन योजना का रजिस्ट्रेशन शुरू: हर महीने मिलेंगे 3000 रुपये, जानिए इससे जुड़ी सभी खास बातें

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Pradhan Mantri Kisan Pension Yojana-केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों से जुड़ी पेंशन योजना का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. इस पेंशन स्कीम के तहत 5 करोड़ किसानों को 60 साल होने के बाद 3000 रुपये बतौर पेंशन दिए जाएंगे. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों (Farmers) से जुड़ी पेंशन योजना (Pradhan Mantri Kisan Pension Yojana) का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है.  इस पेंशन स्कीम PMKMY के तहत 5 करोड़ किसानों को 60 साल होने के बाद 3000 रुपये बतौर पेंशन दिए जाएंगे. अगर फायदा पाने वाले किसान की मौत हो गई, तो उसकी पत्नी को 50 फीसदी रकम मिलती रहेगी. LIC किसानों के पेंशन फंड को मैनेज करेगा.अब तक 418 किसान इस योजना से जुड़ चुके है. आपको बता दें कि जितना प्रीमियम (Premium) किसान देगा उतना ही राशि सरकार भी देगी. अगर बीच मे कोई छोड़ना चाहता है तो जमा राशि और ब्याज (Interest Rates) उस किसान को मिल जायेगा. अगर किसान की मृत्यु हो जाती है तो उसके पत्नी को 1500 रुपये प्रति महीने मिलेगा​. कृषि मंत्रालय प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत 9 अगस्त से किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है. किसानों ...

आज अपनी व्यावसायिक यात्रा शुरू करने के लिए इसे पढ़ें

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अमेज़न के साथ आज से अपना खुद का व्यवसाय करते हैं, बेचना शीघ्र और आसान है | नमस्ते, एक बड़ा सपना केवल इतना बड़ा है जब तक आप इसे प्राप्त नहीं करते हैं यदि आप एक व्यवसाय के मालिक हैं, अपने खुद के मालिक बनना चाहते हैं, तो आपको अपने व्यवसाय को अमेज़ॅन नोमैटर पर स्थापित करने पर विचार करना चाहिए जहां आप हैं और आप क्या बेचना चाहते हैं, आप हमेशा पंजीकरण कर सकते हैं एक विक्रेता के रूप में अमेज़न पर यह सब 2 मिनट लगते हैं।